सूर्य क्या है?सूर्य की भयंकता के बारे में सोचकर रह जाओगे दंग? What is Sun ? Thinking about the fear of the sun, you will be stunned?

What is Sun? Thinking about the fear of the sun, you will be stunned? सूर्य क्या है?सूर्य की भयंकता के बारे में सोचकर रह जाओगे दंग?

*सूर्य क्या है?

सूर्य जो की सौरमंडल के केंद्र में स्थित एक तारा है,जिसके चारों ओर पृथ्वी समेत खगोलीय पिंड चक्कर लगाते है,अगर सूर्य न होता तो शायद आज हम इंसान पृथ्वी पर न होते।सूर्य हमे रोशनी देता है,इसके साथ ही ऊर्जा का एक बहुत बड़ा श्रोत भी है।

सूर्य के अंदर आखिर ऐसा क्या है,जो इतनी गर्मी उबल रहा है?
SUN आकार में कितना बड़ा है?
#सूर्य आखिर किन पदार्थो से मिलकर बना हुआ है?
#क्या सूर्य हमेशा ही ऐसा ही बना रहेगा या इसका भी एक दिन अंत होगा?

#सूर्य के बारे में जानना इसलिए जरूरी है,क्योंकि इसने ही हमे जीवन दिया है।अगर sun एक दिन भी अपनी रोशनी देने से इंकार कर दे,तो पूरी पृथ्वी पर बर्फ के पहाड़ जम जाएंगे।और जीवन पूरी तरह खत्म होने के कगार पर आ जाएगा।तो आइए इसके द्वारा सूर्य के बारे में जो भी आपके दिमाग में सवाल उठ रहा है,उसका सटीकता से जवाब तलाशते है–

*आखिर सूर्य का निर्माण कैसे हुआ?

सूर्य का निर्माण आज से 4.5 अरब साल पहले शुरू होती है,जब धूलकण और गैस के ठंडे बादल के दाह जाने से उसके अंदर Row–matterial अलग हो गया,जो बाद में आपस gravitational collavs यानी गुरुत्वाकर्षण के कारण आपस में जुड़कर इसी solar Nebula के बीच सूर्य का निर्माण करते है।ये ठीक वैसा ही हो रहा था,जैसा किसी तारे का निर्माण होता है,और बाकी के material ने मिलकर सूर्य का निर्माण किया।   What is Sun Thinking about the fear of the sun you will be stunned

*सूर्य के अंदर ऐसा क्या है,जो हर वक्त उबलते रहता है यानी की गर्म रहता है?

इसका कारण यह है की सूर्य मुख्य रूप से हाइड्रोजन और कुछ मात्रा में हीलियम गैसों से बना होता है।इसके साथ ही ऑक्सीजन,कार्बन,लोहा और नियोन भी मौजूद है,सूर्य के केंद्र में एक विशाल दबाब है,इसके बड़े दवाब के कारण बड़ा ही गुरुत्वाकर्षण बल है,जब सूर्य की उत्पति हुई तब से दवाब बड़ी ऊष्मा के कारण बना।और हाइड्रोजन ने जलना प्रारंभ कर दिया। हाइड्रोजन का जलना एक न्यूक्लियर Reaction है।इस कारण यह किर्या Fuesion Reaction किर्या कहलाई।

इस परकिर्या में हाइड्रोजन के नाभिक आपस में सहित होती है।

के बनने के कारण ही हिलियम का निर्माण हुआ, इस प्रक्रिया में ऊष्मा प्रकाश, विक्रण भारी मात्रा में ऊर्जा निकलता है,

यही वजह है कि सूर्य हमें चमकता नजर आता है।

इस किर्या को जलने में ₹7000 करोड़ टन हाइड्रोजन पर सेकंड की जलती है।

इस तरह से जलने के बाद भी अभी भी सूर्य में इतना हाइड्रोजन बचा हुआ है,

की 5 अरब सालों तक इसी प्रकार जगमगाता रहेगा।

इसी हाइड्रोजन के जलने से ही सूर्य इतना गरम है,सूर्य की बाहरी हिस्सा के सतह का तापमान लगभग 5500 डिग्री सेल्सियस है

और इसकी अंदरूनी भाग का तापमान लगभग एक करोड़ 40 लाख डिग्री सेल्सियस के करीब है जो की अनुमानित है

इससे जो ऊर्जा पैदा होती है उसे बाहरी सतह तक आने के लिए 5 करोड़ साल लगती है।

*वहीं अगर सूर्य के आकार की बात करें तो कितना होगा?

सौरमंडल के कुल वजन में 99.4% वजन अकेले सूर्य का है,

इसका व्यास 13 लाख 92000 किलोमीटर है पृथ्वी से सूर्य 10 लाख गुना बड़ा है, इसका आकार इतना बड़ा है कि इसके अंदर 13 लाख पृथ्वी आराम से सेट हो सकती है, सूर्य का गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी के मुकाबले 28 गुना ज्यादा है अगर आपका वजन पृथ्वी पर 60 kg है तो सूर्य पर आपका वजन 1680 kg हो जाएगा

इसके धरातल पर उतरने के बाद 648 किलोमीटर की दौड़ से बाहर आना होगा अन्यथा हम इसके वायुमंडल के बाहर नहीं निकल सकेंगे सूर्य का गुरुत्वाकर्षण का अंदाजा लगा सकते हैं कि करीब 6 किलोमीटर दूर स्थित अपने चारों ओर मजबूर कर रहा है जिस पर बनी हुई है उससे नहीं बना हुआ है बना हुआ है पानी की घनता के 150 गुना ज्यादा है पृथ्वी सूर्य ग्रहण से बहुत ही अलग है वास्तव में देखा जाए तो वह एक तारा है हमारी आकाशगंगा के 100 अरब तारो जैसा एक तारा सूर्य g2 श्रेणी का तारा है जो आकाशगंगा के 10% तारा में से एक है।

*आपने सोचा होगा कि पृथ्वी सूर्य के चक्कर लगाती क्या सूर्य भी किसी का चक्कर लगाती है

जैसे सौर मंडल में सभी सूर्य के चक्कर लगाती है वैसे ही हमारा सूर्य भी सारे सौरमंडल की परिक्रमा कर रहा है इस परिक्रमा किस समय अवधि 25 वर्ष है सूर्य की उत्पत्ति मुझ से लेकर अब तक आकाशगंगा केवल 20 ही चक्कर काटे हैं जैसे हमारी पृथ्वी दूरी पर एक चक्कर 24 घंटे के अंतराल में पूरा करती है वैसे ही सूर्य को अपनी दूरी पर एक चक्कर पूरा करने के 25 दिन लग जाते हैं सूर्य भारी मात्रा में सौर वायु उत्पन्न करता है जिसमें इलेक्ट्रॉन और प्रोटोन जैसे कान होते हैं सौर वायु की गति लगभग 450kg प्रति सेकंड होती है

अरे अपनी प्रभावी होती है कि सूर्य की ताकतवर गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र से भी बाहर निकल जाती हैं

धरती जैसे शक्तिशाली चुंबकीय क्षेत्रों वाले ऐसे कन्नू को धरती तक पहुंचने से पहले ही मोड़ देते हैं

प्रकाश कानून और शोर पावना के रूप में उत्सर्जन से सूर्य प्रति सेकेंड अपने भार में 50 लाख टन कम हो रहा है

सूर्य लगभग पृथ्वी से 15 किलोमीटर की दूरी पर है सूर्य का प्रकाश पृथ्वी तक पहुंचने में 8. 3 मिनट लग जाते हैं वही सौरमंडल के आखिरी छोर पर स्थित युटुब पर सूर्य का प्रकाश पहुंचने में 5 घंटे और 30 मिनट लग जाते हैं सूर्य से पृथ्वी को प्राप्त होने वाली। सूर्य के कुल ऊर्जा का 28 वां भाग है सूर्य हर सेकेंड में करीब 7 करोड हाइड्रोजन को 6 करोड़ 95 लाख टन में ट्रांसफर कर देता है और पीछे बची 5 लाख टन में बदल जाती है।

#आइए सूर्य के बारे में कुछ और रोचक जानकारी जानते हैं

1. मान लो आपने सूर्य से निकलने वाली 1 घंटे की गर्मी को सोलर पैनल के जरिए बिजली में बदल देते हैं,

तो इतनी ज्यादा ऊर्जा होगी कि पूरी दुनिया की 1 साल की बिजली खपत को बचाया जा सकता है।
2. अगर हम कल्पना करते हैं कि केवल 1 दिन के लिए सूर्य अपनी रोशनी देने से इंकार कर दे

तो पूरी धरती पर कुछ ही घंटों में बर्फ के पहाड़ों का ढेर लग जाएगा और धरती का हाल उतरी और दक्षिणी धुर्वो की तरह हो जाएगा।
3. सूर्य के 1 वर्ग सेंटीमीटर से जितनी ऊर्जा निकलती है उस उर्जा से 100 वाट के 64 बल्ब को आराम से जलाया जा सकता है।
4. अगर कोई भी ऑब्जेक्ट सूर्य के 20 लाख 20 हजार किलोमीटर के क्षेत्र में जो भी आएगा।उसे अपनी तरफ खींचने में देर नहीं करेगा।
5. सूर्य का असल में रंग सफेद है, मगर वातावरण की वजह से पीला नजर आता है।

*क्या सूरज हमेशा इसी तरह रोशनी देता रहेगा या फिर इसका भी एक दिन अंत होने वाला है?

सूर्य एक दिन ऐसा भी आएगा जब सूर्य का अस्तित्व खत्म हो जाएगा।

जो जन्म लेता है उसकी मृत्यु निश्चित है

और इस ब्रह्मांड का नियम किसी भी तारों का जन्म लेने का समय करोड़ों सालों का होता है

एक तारा और वह सालों तक अपना प्रकाश देता है

लेकिन एक दिन वह अपना प्रकाश खो देता है उस तारीख ऊर्जा खत्म हो जाती है

कई तारे जो ब्लैक होल बन जाते हैं सुनने से शुरू हुआ सफर सुनने पर ही आकर खत्म हो जाता है

कुछ वैज्ञानिक एक अनुभव के अनुमान से 1.5 वर्ष बाद सूर्य अरब से 10% ज्यादा चमकने लगेगा

जिस कारण पृथ्वी के वायुमंडल पर दुष्प्रभाव पड़ेगा

आज से 5 साल बाद सूर्य की चमक 40 परसेंट बढ़ जाएगी

उससे होगा से पृथ्वी पर मौजूद सारी समुद्र और महासागरों का पानी बनकर उड़ जाएगा

जबकि आज से 540 साल बाद सूर्य में मौजूद सारे हाइड्रोजन खत्म हो जाएगा

और इसके बाद यह अपने हिलियम गैस व आधार को फैलाने लगेगा और सूर्य खात्मे की ओर रवाना हो जाएगा।

What is Sun Thinking about the fear of the sun you will be stunned

#फिर इसके बाद लगभग सात तरफ 70 करोड़ साल बाद सूर्य लाल दानव का रूप धारण कर लेगा।

वह आकार में 200 गुना तक बड़ा हो जाएगा इसका आकार बुध ग्रह तक पहुंच जाएगा।

शायद शुक्र ग्रह भी इसकी चपेट में आ जाए उसके बाद बारी आएगी ।

हमारी पृथ्वी की पर अफसोस इस बात का जब तक तो पृथ्वी से सभी जीवो का नाश हो जाएगा।

और करोड़ों साल बाद अब सूर्य से हिलियम ही बचा होगा और वह हिलियम कार्बन के रूप में रूपांतरित होने लगेगा।

जिससे सूर्य और ज्यादा उड़ने लगेगा धीरे धीरे उसका बाहरी आवरण किसी सिक्के की तरह ऊछड़ जाएगा।

इसके 20 करोड़ साल बाद सूर्य एक सफेद बोने तारे में परिवर्तन हो जाएगा।

उस वक्त इसका आकार करीब शुक्र ग्रह की तरह हो जाएगा।

किसी गुठली जैसा आंतरिक भाग बचेगा और फिर उसमें गर्मी इतनी ज्यादा होगी

कि आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते मगर धीरे-धीरे वो रोशनी और तापमान भी खो देगा और बूझकर किसी काले कोयले के समान हो जाएगा।

तो कुछ इस तरह से हमारा सूर्य हमारे पृथ्वी और अन्य ग्रह को खत्म करते हुए अंत हो जाएगा ।

लेकिन जब तक हमारी अरबों पीडिया बीत चुकी होगी।

तो आपको डरने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है, हमारे शायद हड्डियों के अवशेष भी उस समय नहीं मिले।

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